नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उस वीडियो को डिलीट कर दिया है, जिसमें एक रेल कर्मी चलती ट्रेन में एक बुजुर्ग यात्री को CPR देते दिखाई दे रहे थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, लेकिन डॉक्टरों ने इस वीडियो पर आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि CPR देने का तरीका गलत था और इससे मरीज की स्थिति और बिगड़ सकती थी।
वीडियो में दिखाया गया था कि एक 70 वर्षीय यात्री को दिल का दौरा पड़ा था, और ट्रेन में मौजूद TTE ने उसे CPR देने की कोशिश की। रेल मंत्रालय ने वीडियो को शेयर करते हुए TTE की सराहना की थी और उसे ‘लाइफ सेवर’ बताया था। हालांकि, डॉक्टरों ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह के CPR से मरीज की पसलियां टूट सकती हैं और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
वीडियो को लेकर डॉ. साइरिएक एबी फिलिप्स और अमेरिकी डॉक्टर सैम घली जैसे विशेषज्ञों ने आलोचना की थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने डॉक्टरों की सलाह मानते हुए वीडियो हटा लिया।